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वाटर प्योरिफायर: कौन सा चुने Ro, UV और UF सिस्टम ?

Ro, UV और UF सिस्टम में अंतर...

दोस्तों हमने अपने पिछले पोस्ट में बताया था कि WATER TDS क्या होता है।अगर आपने हमारा पिछला पोस्ट नहीं पढ़ा है तो आप नीचे क्लिक करके पढ़ सकते है।
दोस्तों हमने पिछ्ले पोस्ट में ये भी बताया था कि पानी को शुद्ध करने के लिए हम प्योरिफायर का उपयोग करते है ।
आज हम इस पोस्ट में ये बताने वाले है कि कौन सा प्योरिफायर सिस्टम हमें उपयोग करना चाहिए।
दोस्तों बाजार में तीन प्रकार के प्योरिफायर सिस्टम उपलब्ध है RO, UV और UF ..
चलिये इसके बारे में विस्तार से जानते है।

RO(reverse osmosis)-

  • ये एक ऐसी प्योरिफिकेशन तकनीकी है। जिसमे प्रेशर डालकर पानी में घुली अशुद्दिया ,पार्टिकल्स और मेटल्स को खत्म किया जाता है।
  • यह प्योरिफिकेशन सिस्टम अधिक TDS वाले पानी के लिए उपयोग किया जाता है।
  • यह  बोरवेल पानी या तटीय इलाकों के पानी के लिए उपयोग किया जाता है।क्योंकि यहाँ का जो पानी होता है उसका TDS लेवल बहुत ज्यादा होता है।

लाभ:-

  1. इस प्योरिफिकेशन सिस्टम से जो पानी शुद्ध होकर निकलता है उसमे कोई अशुद्धि नहीं पाई जाती है।
  2. यह सिस्टम बैक्टीरिया और वायरस को ब्लॉक करके बाहर निकल देता है।
  3. यह सिस्टम क्लोरीन और आर्सेनिक जैसी अशुद्धियो को भी साफ कर देता है।

हानि:-

  1. ये बिजली से चलता है।जिससे बिजली की खपत होती है।
  2. ये सामान्य से ज्यादा टैप वाटर प्रेशर पर काम करता है।
  3. 30-40% पानी इस सिस्टम के रिजेक्ट सिस्टम से बाहर निकल जाता है।
  4. मिनरल्स को भी बाहर निकल देता है।
  5. लंबे समय तक उपयोग करने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है।

UV(ultra voilet):-

  • इस प्योरिफिकेशन तकनीकि में अल्ट्रा वॉयलेट तकनीकी का उपयोग होता है।
  • इस तकनीकी से बैक्टीरिया और वायरस ख़तम हो जाते है।
  • लेकिन ये तकनीकी पानी में घुले क्लोरीन और आर्सेनिक को साफ नहीं कर सकता है।
  • इसका उपयोग काम TDS भूमिगत जल के लिए होता है।
  • इसका उपयोग पहाड़ी और कम प्रदूषित वाले क्षेत्र में होता है।
  • तटीय या प्रदूषित इलाके के लिए उत्तम नहीं है।

लाभ:-

  1. बैक्टिरिया और वायरस को खत्म कर देता है।
  2. सामान्य टैप वाटर प्रेशर पर काम करता है।

हानि:-

  1. बिजली से चलता है।
  2. बैक्टिरिया और  वायरस को मारता है लेकिन बाहर नहीं निकालता है।
  3. पानी में घुली अशुद्धियो को नहीं निकलता है।

UF(ultra filteration):-

  • ये सिस्टम एक फिजिकल तकनीकी है जिसमे एक लेयर होता है इस लेयर पर पानी को डालने से पानी में घुली अशुद्धियां साफ हो जाती है।

लाभ:-

  1. बिजली की जरुरत नहीं होती है।
  2. बैक्टिरिया और वायरस को मारकर बाहर निकालता है।
  3. सामान्य टैप वाटर प्रेशर पर काम करता है।
  4. घुली हुई अशुद्धियो को साफ करता है।

हानि:-

  1. कठोर जल ,क्लोरिन तथा आर्सेनिक होने पर इस सिस्टम का कोई फायदा नहीं होता है।


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